Author: Sweta Kumari
DOI Link: https://doi.org/10.70798/Bijmrd/020600014
Abstract: नामवर सिंह का जन्म 1 मई 1927 को वाराणसी से तीस मील दूर एक छोटे से गाँव जीयनपुर में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। उनके पूर्वज उनके पैतृक गांव जीयनपुर से तीन किमी दूर स्वाहां गांव से आये थे. जब गहरवार राजपूतों का यह परिवार जीयनपुर आया तो इस गाँव में अधिक परिवार नहीं थे। एक या दो घर राजपूतों के थे और शेष आबादी यादव, काहाय और ग्रेड आदि जातियों की थी। क्षेत्र की शुष्कता, नीरसता एवं
पिछड़ेपन के कारण इस गाँव को ऊसर गाँव भी कहा जाता था। ऊसर जहां कुछ भी नहीं उगता लेकिन इस गांव का नाम जीवनपुर यानि जीवनपुर रखा गया। ‘उशर नामक स्थान में उर्वरता पैदा करने के इरादे से किसी ने इस भुखमरी का नाम जीयनपुर रखा होगा। गांव में न तो सड़क थी और न ही स्कूल. गांव में आठ अहीर परिवार, तीन लोहार परिवार, दो गधेरी, एक कहार, एक बनिया, एक तेली और दो गोठ परिवार यहां के जीवन की धड़कन हैं। नाई, धोबी और ब्राह्मण अपने व्यवसाय के लिए दूसरे गाँवों से आते थे।
कीवर्ड — नामवर सिंह, शांति सिंह, वाराणसी, जीयनपुर, परिवार, प्रारंभिक शिक्षा, साहित्यिक संस्कार
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